Sad Story in Hindi 2025 | ???? सबसे दुःख भरी कहानी

Sad Story in Hindi

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Sad Story in Hindi: दोस्तों आज हम आपको जो कहानी सुनाने वाले हैं वह इतनी सैड है कि कोई भी इसे सुनने के बाद बहुत इमोशनल हो जाता है कि यह कहानी है पिता और पुत्री की। एक लड़की होती है उसके पिता बहुत गरीब होते हैं वह रिक्शा चलाते है। उस लड़की की मां बचपन में ही गुजर जाती है। जिसके कारण उसके पिता है उसे पाल पोसकर बड़ा करते हैं। जब वह छोटी थी तो उसके स्कूल में उसके क्लास के बच्चे उसके पुराने कपड़े और फटे जूते के कारण उसका मजाक बनाते थे। वह लड़की है भी अपनी गरीबी का कारण अपने पिता को ही समझती थी।

जिसके कारण वह बचपन से ही अपने पिता से अच्छे से बात नहीं करती थी। धीरे-धीरे वह बड़ी तो होती गई लेकिन उसका अपने पिता के प्रति रवैया वैसा का वैसा ही रहा। जब वह बड़ी हो गई तो एक दिन उसकी क्लास के एक लड़के ने अपनी जन्मदिन की पार्टी में उसे इनवाइट किया। वह उस पार्टी में नए कपड़े न होने के कारण पुराने कपड़े, चप्पल और पुराने टूटे हुए फोन के साथ गई। जब वहां पर क्लास के दूसरे बच्चों और लड़कियों ने उसको इस हालत में देखा तो उसका बहुत मजाक उड़ाया।

जिसके कारण वह उस पार्टी को बीच में ही छोड़ कर अपने घर आ गई। घर आकर उसने अपने पिता को पार्टी में हुए अपनी बेस्ती और मजाक के बारे में बताया उसने इसके लिए भी अपने गरीब पिता को ही जिम्मेदार ठहराया। उसने अपने पिता से नया फोन, नए कपड़े और जूते दिलाने के लिए कहां लेकिन उसके पिता बहुत गरीब थे। वह उसके लिए यह सब अभी नहीं ला सकते थे। ऐसे करते-करते ही कुछ दिन बीत गए उस लड़की ने देखा कि धीरे-धीरे उनके घर के समान गायब होता जा रहा है। लेकिन उसकी अपने पिता से नहीं बनती थी।

जिसके कारण उसने अपने पिता से इस बारे में कुछ नहीं पूछा। कुछ दिनों के बाद उस लड़की का जन्मदिन था। जन्मदिन पर उसके पिता ने सुबह-सुबह उसे लड़की के लिए समोसे और मिठाई लेकर आए लेकिन जब उन्होंने उस लड़की को यह दिया तो उसे बहुत गुस्सा आया क्योंकि वह फ़ोन और नए कपडे चाहती थी।

वह समोसे और मिठाई को जमीन पर फेंक कर अपने स्कूल चली गई। उसकी इस हरकत से उसके पिता बहुत दुखी हुए और वह एक चिट्ठी लिखकर घर छोड़ गए। वह रास्ते में पैदल ही जा रहे थे तभी एक गाड़ी में उन्हें टक्कर मार दी जिससे उनकी मौत हो गई। वह लड़की भी उसी रास्ते से गुजर रही थी तो उसने देखा की बहुत से लोग की भीड़ लगी हुई है।

उसने जाकर देखा तो उसके पिता वहां पर मरे हुए पड़े थे। उस लड़की को अपने पिता के मरने पर दुख हुआ। जब उसने घर जाकर देखा तो उसे अपने पिता की वह आखरी चिट्ठी मिली। उसे चिठ्ठी में उसके पिता ने लिखा था कि वह उसको कितना प्यार करते थे। वह बेशक गरीब क्यों ना थे लेकिन उन्होंने बचपन से ही उसको पाल पोसकर बड़ा करने में अपनी कोई कमी नहीं छोड़ी।

वह उसको अच्छा जीवन देने के लिए बड़ी मेहनत से अधिक से अधिक रिक्शा चलाते थे। उन्होंने आगे लिखा कि वह अपनी लड़की को उसके जन्मदिन पर मोबाइल, नए कपड़े और जूते गिफ्ट देना चाहते थे लेकिन उनके पास इतने पैसे नहीं थे। वह काम करके भी इतने पैसे नहीं जुटा पा रहे थे इसलिए उन्होंने घर का समान बेचना शुरू कर दिया।

घर का सामान बेचकर उनके पास इतने पैसे हो गए थे जिससे वह उसके लिए नए कपड़े जूते और मोबाइल लेकर आ सके। उन्होंने उस लड़की के लिए वह सब खरीदा जिसे वह उसके जन्मदिन पर शाम के समय गिफ्ट देना चाहते थे। लेकिन सुबह ही अपनी लड़की की हरकत से दुखी होकर वह घर छोड़कर चले गए। लेकिन रास्ते में ही एक्सीडेंट में उनकी मौत हो गई। उस लड़की को वही अपने पिता के लाए नए कपड़े, जूते और मोबाइल भी मिला। अपने पिता की इस चिट्ठी को पढ़ने के बाद उस लड़की को बहुत ही अफसोस और दुख हुआ। जिससे वह बहुत रोई।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें कभी भी अपने मां बाप का अपमान नहीं करना चाहिए और ना ही कभी उनका दिल दुखाना चाहिए। उन्होंने हमें बड़ा करने के लिए बहुत से त्याग और बलिदान किए होते हैं।

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