Best 101 Chanakya Quotes in Hindi | चाणक्य कोट्स हिंदी में

Chanakya Quotes in Hindi
Chanakya Quotes in Hindi

Chanakya Quotes in Hindi

Chanakya Quotes in Hindi: दोस्तों हम इस post में चाणक्य कोट्स के बारे में हिंदी में जानकारी देने वाले है। चाणक्य का जन्म 375 ईस्वी पूर्व में हुआ था। चाणक्य को विष्णुगुप्त या कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता है। वह चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में मंत्री थे। वह बहुत बड़े विद्वान और शास्त्रों के ज्ञाता थे। उन्होंने बहुत से ग्रंथो और शास्त्रों की रचना की। जिसमें अर्थशास्त्र, विष्णुपुराण, और भागवत प्रमुख है।

चाणक्य ने अपनी बुद्धि और कूटनीति के बल पर चन्द्रगुप्त मौर्य को राजा बनाया। चाणक्य की मृत्यु 283 ईस्वी पूर्व में हुई। चाणक्य के द्वारा रचित रचनाओं में आम जनता के लिए बहुत से quotes और सीख है। जिनको अपनाकर व्यक्ति अपने जीवन में आने वाली बहुत सी समस्याओं का समाधान कर सकता है। इन्हीं कोट्स के बारे में हमने नीचे विस्तार से बताया है।

  • “आदमी अपने जन्म से नहीं अपने कर्मों से महान होता है।”
Chanakya Quotes in Hindi
Chanakya Quotes in Hindi
  • सेवक को तब परखें जब वह काम ना कर रहा हो, रिश्तेदार को किसी कठिनाई में, मित्र को संकट में, और पत्नी को घोर विपत्ति में।
  • “ईश्वर मूर्तियों में नहीं है। आपकी भावनाएँ ही आपका ईश्वर है। आत्मा आपका मंदिर है।”
  •  खुश रहने का मतलब यह नहीं कि सब कुछ ठीक है, बल्कि इसका मतलब यह है कि अपने दुखों के ऊपर जीवन जीना सीख लिया है।
  • “गरीब धन की इच्छा करता है, पशु बोलने योग्य होने की, आदमी स्वर्ग की इच्छा करते हैं और धार्मिक लोग मोक्ष की।” 
  • असंभव शब्द का प्रयोग तो केवल  कायर करते हैं, बुद्धिमानी ज्ञानी व्यक्ति अपना रास्ता खुद बनाते हैं।
  • “संकट में बुद्धि भी काम नहीं आती है।”
  • भूखा पेट, खाली जेब और झूठा प्रेम इंसान को जीवन में बहुत कुछ सीखा जाता है।
  • “किसी विशेष प्रयोजन के लिए ही शत्रु मित्र बनता है।” 
  •  पंछी कभी अपने बच्चों को भविष्य के लिए घोंसला बनाके नहीं देते, वे तो बस उन्हें उड़ने की कला सिखाते हैं।
Chanakya Niti For Motivation in Hindi
Chanakya Niti For Motivation in Hindi
  • “भाग्य के विपरीत होने पर अच्छा कर्म भी दु:खदायी हो जाता है।”
  • इच्छाएं मनुष्य को जीने नहीं देती, और मनुष्य इच्छाओं को कभी मरने नहीं देता।
  • “जन्म-मरण में दुःख ही है।” 
  • “दौलत, दोस्त ,पत्नी और राज्य दोबारा हासिल किये जा सकते हैं, लेकिन ये शरीर दोबारा हासिल नहीं किया जा सकता।”
  • आवश्यकता से अधिक ईर्ष्या, आपके अंदर आत्मविश्वास की कमी को झलकाती है।
  • “जैसे एक सूखा पेड़ आग लगने पे पुरे जंगल को जला देता है। उसी प्रकार एक दुष्ट पुत्र पुरे परिवार को खत्म कर देता है।”
  • एक उत्कृष्ट बात जो शेर से सीखी जा सकती है वो ये है कि व्यक्ति जो कुछ भी करना चाहता है उसे पूरे दिल और ज़ोरदार प्रयास के साथ करे। 
  • जो जिस कार्ये में कुशल हो उसे उसी कार्ये में लगना चाहिए।
  • “शत्रु की दुर्बलता जानने तक उसे अपना मित्र बनाए रखें।”
  • जैसे एक बछड़ा हज़ारो गायों के झुंड मे अपनी माँ के पीछे चलता है। उसी प्रकार आदमी के अच्छे और बुरे कर्म उसके पीछे चलते हैं।
  • “विद्या ही निर्धन का धन है।” 
  • “चंचल चित वाले के कार्य कभी समाप्त नहीं होते।” 
  • दौलत, दोस्त ,पत्नी और राज्य दोबारा हासिल किये जा सकते हैं, लेकिन ये शरीर दोबारा हासिल नहीं किया जा सकता।
  • “अर्थ और धर्म, कर्म का आधार है।”
  • “व्यसनी व्यक्ति कभी सफल नहीं हो सकता।”
  • जो लोग परमात्मा तक पहुंचना चाहते हैं उन्हें वाणी, मन, इन्द्रियों की पवित्रता और एक दयालु ह्रदय की आवश्यकता होती है। 
  • आदमी अपने जन्म से नहीं अपने कर्मों से महान होता है।
  • “जिसकी आत्मा संयमित होती है, वही आत्मविजयी होता है।”
  • जो गुजर गया उसकी चिंता नहीं करनी चाहिए, ना ही भविष्य के बारे में चिंतिंत होना चाहिए। समझदार लोग केवल वर्तमान में ही जीते हैं।
  • “दुष्ट की मित्रता से शत्रु की मित्रता अच्छी होती है।”
  • भगवान सभी को एक ही मिट्टी से बनाता है, बस फर्क इतना सा ही है, कोई बहार से खूबसूरत है तो कोई भीतर से।
  • जो हमारे दिल में रहता है, वो दूर होके भी पास है। लेकिन जो हमारे दिल में नहीं रहता, वो पास होके भी दूर है।
  • आग में आग नहीं डालनी चाहिए। अर्थात क्रोधी व्यक्ति को अधिक क्रोध नहीं दिलाना चाहिए। 
  • प्रेम पीपल का बीज है, जहाँ संभावना नहीं, वहाँ भी पनप जाता है।
  • फूलों की खुशबू हवा की दिशा में ही फैलती है, लेकिन एक व्यक्ति की अच्छाई चारों तरफ फैलती है। 
  • रात भर  गहरी नींद आना इतना आसान नहीं है, उसके लिए दिन भर ईमानदारी से जीना पड़ता है।
  • जहा आदर नहीं वहाँ जाना मत, जो सुनता नहीं उसे समझाना मत, जो पचता नहीं उसे खाना मत, और जो सत्य पर भी रूठे, उसे मनाना मत।
Chanakya Quotes Hindi
Chanakya Quotes Hindi
  • सोने के साथ मिलकर चांदी भी सोने जैसी दिखाई पड़ती है अर्थात सत्संग का प्रभाव मनुष्य पर अवश्य पड़ता है। 
  • दूध के लिए हथिनी पालने की जरुरत नहीं होती अर्थात आवश्कयता के अनुसार साधन जुटाने चाहिए।
  • जैसे एक सूखा पेड़ आग लगने पे पुरे जंगल को जला देता है। उसी प्रकार एक दुष्ट पुत्र पुरे परिवार को खत्म कर देता है। 

Final words:

हम उम्मीद करते है की आपको हमारे द्वारा ऊपर दी गयी जानकारी Chanakya Quotes in Hindi पसंद आयी होगी। आप चाणक्य के इन अनमोल निति को अपने दोस्तों या रिश्तेदारों के साथ शेयर कर सकते है। जिससे वह भी इन विचारों से motivation लेकर अपने जीवन में लागू करके सफलता को हासिल कर सके।

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