15 August Speech in Hindi 2024 | स्वतंत्रता दिवस पर भाषण हिंदी में

15 August Speech in Hindi
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15 August Speech in Hindi 2022 | स्वतंत्रता दिवस पर भाषण हिंदी में

15 August Speech in Hindi 2022: दोस्तों आज हम आपको 15 August के ऊपर दिए जाने वाले भाषण के ऊपर बताएँगे। आप इस भाषण का प्रयोग अपने स्कूल, कॉलेज या अन्य किसी संस्था में स्वतंत्रता दिवस के ऊपर दिए जाने वाले भाषण (Independence Day Speech in Hindi) के रूप में कर सकते है। स्वतंत्रता दिवस को पुरे भारतवर्ष के साथ विदेश में रहने वाले सभी भारतवासियों द्वारा बड़े जोश के साथ मनाया जाता है। इस दिन का इसलिए भी विशेष महत्त्व है क्योंकि भारत के अथक प्रयासो के बाद India को यह स्वतंत्रता के रूप में सफलता मिली।

हर भारतवासी को इस दिन का बड़ा बेसब्री से इंतजार रहता है। स्वतंत्रता दिवस के उपलब्ध किए जाने वाले प्रोग्राम की तैयारी 1 महीने पहले से ही शुरू हो जाती है। इस दिन स्कूल कॉलेजों में और सरकारी संस्थाओं में तिरंगा झंडा फहराया जाता है। झंडे को स्कूल कॉलेज और सरकारी संस्थाओं के सबसे बड़े पद में आसीन व्यक्ति द्वारा फहराया जाता है। हर राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा भी इस दिन पर झंडा फहराने का रिवाज है।

झंडा लहराए जाने के बाद जाने के बाद स्कूल और कॉलेजों में स्टूडेंट्स के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जाता है। इसके साथ भाषण, वाद विवाद और अन्य प्रतियोगिता को भी इसमें शामिल किया जाता है। हर देशवासी इस दिन देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत रहता है। इस दिन देश के प्रधानमंत्री के द्वारा लाल किले के ऊपर तिरंगा झंडा फहराया जाता है।

उसके बाद स्कूल के बच्चों के द्वारा लाल किले के प्रांगण में सामूहिक सांस्कृतिक कार्यक्रम और नृत्य किया जाता है। इस दिन देशवासियों के द्वारा पतंग उड़ाने का भी चलन है। बहुत जगह पर पतंगबाजी की प्रतियोगिता भी की जाती है। आगे हम आपको वह speech और essay दे रहे है जो आपको independence day के ऊपर बोलना है।

आदरणीय प्रधानाचार्य, सभी टीचर्स और मेरे सभी स्टूडेंट्स मित्रगण को आज मैं 15 अगस्त के उपलक्ष में सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। आज मैं अपना भाषण देश के उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए शुरू करना चाहता हूँ। जिन्होंने हमारे भारतवर्ष देश को आजाद करने के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।

स्वतंत्रता दिवस प्रतीक है उसआजादी का जो हम आज हर भारतवासी महसूस कर रहे हैं और जी रहे हैं। आज के दिन को हम बड़े शान से स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते है लेकिन बहुत कम लोग ही ऐसे होंगे जो इस दिन को मनाने के पीछे जो खून की नदियाँ हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के द्वारा बहाई गयी है उसके बारे में जानते होंगे। आज मै उन सभी देश के शहीद वीरों को याद करते हुए आपको स्वतंत्रता दिवस के इतिहास की याद दिलाना चाहता हूँ।

इसकी शुरुवात होती है ईस्ट इंडिया कंपनी से जो अंग्रेजों ने 1600 ईस्वी को भारत से व्यापार करने के उदेशय से बनायीं थी। जिसको John Watts, George White दो अंग्रेज व्यापारियों ने स्थापित किया था। यह सूती कपड़े, चाय, चीनी, मसाले, रुई, आदि वस्तुओं का व्यापार करती थी। यह कंपनी 24 August, 1608 को भारत के सूरत बंदरगाह पर पहुंची।

उस समय के मुग़ल शासक जहाँगीर ने Captain William Hawkins को सूरत में फैक्ट्री लगाने और व्यापर करने की इजाज़त दे दी। इसके बाद ईस्ट इंडिया कंपनी ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा उन्होंने समय के साथ मद्रास, कलकत्ता और मुंबई में भी अपना व्यापार बढ़ा लिया। धीरे धीरे उन्होंने भारत पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली और 1757 ईस्वी में प्लासी के युद्ध में बंगाल के नवाब सिराजुदौला को रोबर्ट क्लाइव ने हरा दिया।

Independence Day Speech in Hindi

Independence Day Speech in Hindi
Independence Day Speech in Hindi

जिसके बाद वह वहाँ के लोगों से बहुत कर वसूलने लगे। इसके बाद ईस्ट इंडिया कंपनी व्यापार से शासन करने में उतर गयी। बक्सर की लड़ाई में भी बंगाल के मीर कासिम की हार हुई। लेकिन भारत पर पूरी तरह से अंग्रेजों का कब्ज़ा 1857 ईस्वी में हुए पहले स्वतंत्रता संग्राम के बाद हुआ। जो युद्ध मंगल पांडे के द्वारा चर्बी वाले कारतूस को प्रयोग करने से मना करने पर शुरू हुआ था। इस युद्ध में भी बहुत से राज्य ने भाग लिया।

लेकिन एक मजबूत नेतृत्व की कमी के कारण यह विफल हो गया। जिसके बाद भारत पर सीधे इंग्लैंड के द्वारा शासन किया जाने लगा और उनके द्वारा बनाये गए नियम भारत में लागु किये जाने लगे। भारत के लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए भारतीय राष्टीय कांग्रेस की स्थापना 1885 ईस्वी में  ए॰ ओ॰ ह्यूम के द्वारा की गयी। इस पार्टी ने ही भारत की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

भारतीय राष्टीय कांग्रेस के अलग अलग अध्यक्ष रहे उनमें से कुछ अध्यक्ष महात्मा गाँधी, जवाहर लाल नेहरू, गोपाल कृष्ण गोखले, बल्लभ भाई पटेल, सुभाष चंद्र बोस, राजेंद्र प्रसाद, दादा भाई नौरोजी, रासबिहारी घोष, आदि थे। कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष श्रीमती एनी बेसेंट थी। कांग्रेस को महात्मा गाँधी के आने के बाद बहुत मजबूती मिली। समय समय पर स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों का विरोध किया और आंदोलन किया।

इन आंदोलन में असहयोग आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन, और नमक सत्याग्रह महत्वपूर्ण है। स्वतंत्रता के लिए ही देश के वीर भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ने अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। इन्हीं सब प्रयासो के फलसवरूप भारत को 15 August 1947 को अंग्रेजों से आज़ादी मिली।

जवाहरलाल नेहरू को स्वतंत्र भारत का प्रथम प्रधानमंत्री और राजेंद्र प्रसाद को प्रथम राष्ट्रपति घोषित किया गया। इस तरह हमने बड़ी मुश्किल से अंग्रेजों से स्वतंत्रता प्राप्त की। इसलिए हमें अपने देश के स्वतंत्रता को हमेशा बनाए रखना है।

हमें उन वीर सेनानियों को याद करते हुए इस देश को फिर से कभी भी किसी के द्वारा गुलाम न बनाने का संकल्प लेना चाहिए। इसके लिए चाहे हमें अपने प्राणों की बलि ही क्यों न देनी पड़े। मै अपनी वाणी को यही विराम देता हूँ। आप सब मेरे साथ बोलिये “इंकलाब जिंदाबाद”, “भारत माता की जय”. धन्यवाद।

Final Words: दोस्तों हम उम्मीद करते है की आपको हमारे द्वारा ऊपर दिया गया 15 August Speech in Hindi 2022, Independence day Speech in Hindi, Independence day essay in Hindi जरूर पसंद आया होगा। आप इस लेख को अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ शेयर कर सकते है। जिससे उनको भी स्वतंत्रता दिवस के महत्त्व का पता चल सके। यदि आपने अपने स्कूल या कॉलेज में हमारे द्वारा दिया गया essay सुनाया तो आपके स्कूल के students और teachers का कैसा रिएक्शन था। इसको आप कमेंट में जरूर बताइयेगा।

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