खर्चीली सास | Moral Stories in Hindi for Class 6

Moral Stories in Hindi for Class 6
Moral Stories in Hindi for Class 6

Moral Stories in Hindi for Class 6

एक बार की बात है सीमा नाम की एक महिला थी। उसकी एक सास थी जिसका नाम रमा था। जो की बहुत खर्चीली थी। सीमा जहाँ बचत पर जोर देती थी वही उसकी सास कोई बचत नहीं करती और बेफजूल खर्च करती थी।

एक बार सीमा ने अपनी सास को कुछ पैसे रखने के लिए दिए जिसको वह अगले दिन बैंक में जमा करवाने वाली थी। उसकी सास उन पैसों से बाज़ार से अपने लिए कपड़े लेकर आ गयी।

अगले दिन जब सीमा ने अपनी सास से पैसे मांगे तो सास ने बताया वह तो उसने खर्च कर दिए है। उसने सीमा को कहा बचत करने की कोई जरुरत नहीं है। जिंदगी को अच्छे से जीना चाहिए। सीमा अपनी सास को बेफजूल घर की लाइट जलाने से मना करती थी।

जो की उसकी सास को बिलकुल पसंद नहीं था। वह इन बातों पर अपनी बहू सीमा को डॉट देती थी। इसके बाद सीमा ने भी निर्णय कर लिया की वह अपनी सास को रोकेगी नहीं। सीमा ने इसके बाद अपनी सास के कमरे का बल्ब लाकर बदल दिया।

सास के पूछने पर सीमा ने कहा की अब वह जितना चाहे उतनी लाइट जला सकती है। एक दिन सीमा की सास को पकोड़े खाने की इच्छा हुई। उसने सीमा को पैसे देकर कहा की जाकर राजू हलवाई की दूकान से पकोड़े ले आए।

Moral Stories in Hindi for Class 6

कुछ देर में सीमा अपनी सास को पकोड़े लाकर देती है जो उसको बहुत पसंद आते है। इसी तरह दिन बीते जा रहे थे और सीमा ने अपनी सास को फिजूल खर्ची पर टोकना बंद कर दिया था। एक दिन सीमा की सास बीमार हो गयी।

उसको जब हॉस्पिटल में भर्ती कराया तो डॉक्टर ने एक बड़ी बीमारी बता कर शहर के हॉस्पिटल में रेफर करने को कहा। जब सीमा के पति ने डॉक्टर से इसका खर्च पूछा तो डॉक्टर ने 2 लाख बताया।

यह सुनकर सीमा का पति और उसकी सास बहुत दुखी हो गए की इतने पैसे हम कहा से लाएंगे। लेकिन सीमा ने डॉक्टर को अपनी सास को शहर के डॉक्टर को रेफर करने को कहा। जिससे उसके पति और सास हैरान हो गए।

सीमा ने बताया की यह पैसे उसने घर खर्च में से बचत करके जोड़े है। इसके बाद कुछ दिनों बाद सीमा की सास शहर में से अपना इलाज करा कर आ गयी। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ थी।

उसने आकर सीमा से पूछा की तूने इतने पैसे कैसे जोड़े मै तो तुझे बचत करते समय हमेशा मना करती थी।

सीमा ने बताया की मैने सारे घर में कम बिजली प्रयोग करने वाले बल्ब लगाए और जब भी आप मुझे बाहर से पकोड़े लाने को कहती थी तो मै घर पर ही आपको पकोड़े बना कर खिलाती थी। उसने सीमा की बहुत तारीफ की और खुद भी आगे से पैसे बचाने का निर्णय लिया।

Moral of the story

सीख : इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है की हमें फिजूलखर्ची से बचकर पैसे का सही इस्तेमाल करना चाहिए।

यह भी पढ़े:

Ichchadhari Nagin Ki Kahani | इच्छाधारी नागिन की कहानी

Jaise Ko Taisa Story in Hindi | जैसे को तैसा हिंदी कहानी

[42] सर्वश्रेष्ठ प्रेरणादायक सुविचार हिंदी में | Best Motivational Suvichar in Hindi

Fiverr Se Paise Kaise Kamaye | Fiverr से पैसे कैसे कमाए 60000 महीना

2.7/5 - (3 votes)
Spread the love