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Home Remedies for Ear Pain in Hindi
Home Remedies For Ear Pain in Hindi: कान का दर्द ज़्यादातर छोटे बच्चों को हो जाता है लेकिन कभी बड़े लोगों को भी इसका सामना करना पड़ता है। कान के इन्फेक्शन से मतलब आपके कान में किसी भी तरह का दर्द होना, कान से मवाद आना या फिर सुनने में दिक्कत होना आदि आते है। कान के इन्फेक्शन के कारण जब भी आपके कान में दर्द होता है तो यह लगातार कान में बना रहता है जिससे दिन भर तो दिक्कत रहती ही है और सोने में भी समस्या होती है।
कान में मुख्य रूप से 3 परत या कान के तीन हिस्से होते है। बाहरी कान इसके बाद बीच का कान और अंत में भीतरी कान का हिस्सा। कान में इन्फेक्शन इन्ही तीन हिस्सों में कुछ न कुछ कारण से उत्पन्न होती है।
कान में इन्फेक्शन बाहरी कान में सामान्य रूप वो लोग सामना करते है जो लोग स्विमिंग करते है। जब भी कोई तैराक स्विमिंग करते समय अपने कान में प्लग का इस्तेमाल नहीं करता तो इससे पानी उसके कान में घुस जाता है। कान में पानी घुसने के कारण उनके बाहरी कान में इन्फेक्शन हो जाता है। इसलिए जो भी तैराक स्विमिंग करते है उनको स्विमिंग से पहले अपने कान में सही से कान के प्लग का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे उनके कान का बचाव हो सके।
Causes of Ear Pain | कान में दर्द होने के कारण
कान में दर्द होने का एक और मुख्य कारण बैक्टीरिया है जब आपके कान में बैक्टीरिया हो जाते है तो यह भी इन्फेक्शन पैदा करते है। बैक्टीरिया के कारण इन्फेक्शन आपके बीच के कान में होता है। इसकी वजह से आपको कान के बहने की समस्या होती है। बीच के कान में इन्फेक्शन कीड़े के कारण भी होता है जब आपके कान में कोई कीड़ा चला जाता है। बहुत छोटे बच्चो में भी यह कान बहने की समस्या पायी जाती है। इसके अलावा कान के भीतरी हिस्से में इन्फेक्शन ज्यादातर वायरस के कारण होता है।
जब इन्फेक्शन आपके कान के अंदरूनी हिस्से में होता है तो आपको कान में घंटी बजने जैसा अनुभव होता है। इसके अलावा आपको कान में दर्द और आपको सुनाई भी कम देता है । कान में इन्फेक्शन होने पर आपको बहुत से लक्षण नज़र आते है। जैसे आपको इसके होने पर आपको बुख़ार हो जाता है। आपको कभी कभी सिरदर्द भी हो सकता है। कान में दर्द और कान में कुछ बजना जैसी अनुभूति होना। इसके साथ आपका इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो सकता है।
Kan Dard Ka Gharelu Nuskha in Hindi | कान के दर्द और इन्फेक्शन का घरेलु इलाज
आप कान के दर्द को ठीक करने के लिए एक बहुत ही पुराना घरेलु नुस्ख़े को प्रयोग कर सकते है जो की हमारी दादी भी यूज़ करती थी। इसके लिए आपको घर में प्रयोग होने वाली सामान्य लहसुन लेनी है। आपको इसमें से 2 से 3 कली को अलग करके छील लेना है। अब आपको 1 चम्मच लेना है इस चम्मच में सरसों का तेल डाल लेना है। अब जो लहसुन की कली आपने छील के अलग करी थी उसको किसी सील बट्टे पर रखकर थोड़ा कुचल लेना है।
इसको अब आपको सरसों के तेल में डालना है। इसे आप 2 से 3 मिनट ऐसे ही चम्मच के साथ गैस के ऊपर रखे यह पूरी तरह से गर्म होकर लहसुन का रस तेल में मिल जायेगा। इसको थोड़ी देर के लिए ठंडा होने के लिए छोड़ दे। अब इस तेल में अपनी एक ऊँगली डाल कर 1 से २ बूंद अपने दोनों कानों में डाल ले। इसके प्रयोग से आपके कान में दर्द होना, कान का बहना और कान का इन्फेक्शन दूर होता है। यह बहुत ही कारगर उपाय है। इसके अलावा कान में जमा मैल को निकालने के लिए भी यह प्रयोग किया जाता है।
जिन लोगों को कान से सम्बंधित कोई समस्या नहीं है फिर भी उनको कुछ दिनों के बाद यह प्रयोग करना चाहिए। इससे आपके कान के सुनने की क्षमता रहेगी और कोई दिक़्क़त नहीं आएगी। यदि आपको बहुत तेज़ कान में दर्द हो रहा हो और आप इससे तुरंत राहत पाना चाहते है तो आप कुछ बर्फ को किसी कपड़े में बांध कर आपके जिस कान में दर्द हो रहा है उस कान में थोड़ी देर के लिए सिकाई करे। इससे आपका कान थोड़ा सुन्न पड़ जायेगा और आपको दर्द का अनुभव नहीं होगा। कान में कभी दर्द सूखेपन के कारण भी होता है।
Kaan Dard Ki Dawa
यदि आपको भी यही समस्या है तो आप अलोएवेरा के जेल का प्रयोग कर सकते है। यह आप अपने कान में लगा सकते है जिससे सूखेपन की समस्या आपकी दूर हो। आप अपने कान के लिए एक बहुत ही असरकारक नुस्खे का प्रयोग कर सकते है। आपको एप्पल साइडर विनेगर लेना है। जैसा आप सब जानते होंगे यह सेब का सिरका एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल होता है। इसका प्रयोग बहुत से त्वचा रोगों के लिए भी किया जाता है।
आपको किसी कटोरे में थोड़ा सा सेब का सिरका लेना है अब आपने जितना सिरका लिया है उतना ही आपको इसमें पानी मिलाना है। इसको अच्छे से मिलाकर किसी ड्रॉपर की सहायता से आपको इसकी 1 से 2 बूंद को जिस कान में इन्फेक्शन हो रखा है उस कान में डालना है। यह प्रयोग आप सप्ताह में 3 से 4 बार जब तक आपका कान पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाता कर सकते है।
यदि किसी छोटे दूध पीते बच्चे के कान में इन्फेक्शन हो गया है तो उनके लिए माँ का दूध ही सबसे अच्छा है। छोटे बच्चों के लिए माँ का दूध रोगों से लड़ने में उनकी मदद करता है। ऐसे में उनके कान में 1 बूंद माँ के दूध की डालनी चाहिए जिससे थोड़े ही दिनों में उनका इन्फेक्शन दूर हो जाता है।
उपाय बताये गए सभी नुस्ख़े कान के इन्फेक्शन को दूर करने के लिए बहुत ही काम करते है लेकिन फिर भी आपको अगर इससे आराम नहीं मिलता तो आपको किसी अच्छे कान के डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
FAQs
कान दर्द के लिए सबसे अच्छा दर्द निवारक क्या है?
कान दर्द के लिए सबसे अच्छा दर्द निवारक आपकी स्थिति के अनुसार अलग हो सकता है। आप पैरेसेटामोल या इबुप्रोफेन का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन यदि दर्द या संक्रमण गंभीर हो तो चिकित्सक से सलाह लें।
कान के संक्रमण दर्द में क्या मदद करता है?
कान के संक्रमण दर्द में अन्तिम विशेषज्ञ सलाह लेना सबसे अच्छा होता है। उन्हें आपकी स्थिति का मूल्यांकन करने और उचित उपचार की सलाह देने के लिए आपकी जांच करनी होगी। कुछ लोग अस्थमा उपचार के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं, जो दर्द और संक्रमण से बचने में मदद कर सकता है।
कान में कौन सा तेल डालना चाहिए?
कान में तेल डालने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपके कान में कोई संक्रमण नहीं है। जैतून तेल या सरसों के तेल का उपयोग करना सुरक्षित हो सकता है।
क्या गर्म तेल कान के दर्द के लिए अच्छा है?
हाँ, गर्म तेल कान के दर्द को कम करने में मददगार हो सकता है। लेकिन, सुनिश्चित करें कि तेल बहुत गर्म नहीं हो रहा है और इससे आपके कान में कोई नुकसान नहीं हो रहा है।
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